सिद्धारमैया सरकार ने की राष्ट्रकवि कुवेम्पु को 'भारत रत्न' देने की मांग, इन्हें दिया 'कर्नाटक रत्न' सम्मान

कर्नाटक मंत्रिमंडल ने गुरुवार (11 सितंबर, 2025) को कन्नड़ फिल्म जगत के प्रसिद्ध कलाकारों विष्णुवर्धन और बी. सरोजा देवी को मरणोपरांत ‘कर्नाटक रत्न’ पुरस्कार देने का फैसला किया. कर्नाटक के कानून और संसदीय कार्य मंत्री एच. के. पाटिल ने बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा कि बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया गया कि केंद्र को पत्र भेजकर राष्ट्रकवि कुवेम्पु को भारत रत्न देने का अनुरोध किया जाए. पाटिल ने कहा, ‘मंत्रिमंडल ने आज गुरुवार (11 सितंबर) को यह फैसला किया कि विष्णुवर्धन और सरोजा देवी को कर्नाटक रत्न से सम्मानित किया जाए.’
बहुभाषी कलाकार रहे हैं विष्णुवर्धन और सरोजा देवी
साल 1950 में 18 सितंबर को जन्मे विष्णुवर्धन ने 220 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया था. उनका मूल नाम संपत कुमार था. ‘साहस सिंह’ की उपाधि पाने वाले विष्णुवर्धन ने हिंदी, तमिल, मलयालम और तेलुगु फिल्मों में भी अभिनय किया था और 30 दिसंबर, 2009 को उनका निधन हो गया.
वहीं, सरोजा देवी भी एक बहुभाषी अभिनेत्री थीं, जिन्होंने दक्षिण की फिल्मों में अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने राजेंद्र कुमार के साथ फिल्म ‘ससुराल’ से हिंदी फिल्म जगत पर भी अपनी छाप छोड़ी. उन्हें कन्नड़ ऐतिहासिक फिल्म ‘कित्तूर रानी चेन्नम्मा’ में उनकी मुख्य भूमिका के लिए याद किया जाता है. सरोजा देवी का जन्म 7 जनवरी, 1938 को हुआ था और 14 जुलाई, 2025 को उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया.
2022 में दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मिला था कर्नाटक रत्न पुरस्कार
विष्णुवर्धन और सरोजा देवी इस प्रतिष्ठित कर्नाटक रत्न पुरस्कार सम्मान को प्राप्त करने वाले 10वें और 11वें व्यक्ति होंगे. अभिनेता और पूर्व मंत्री जयमाला, अभिनेता श्रुति और मालविका अविनाश ने मंगलवार (9 सितंबर, 2025) को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से मुलाकात की थी और उनसे अभिनेता विष्णुवर्धन और सरोजा देवी को कर्नाटक रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने का अनुरोध किया था. कर्नाटक रत्न पुरस्कार पिछली बार 2022 में दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत प्रदान किया गया था.
अपर भद्रा सिंचाई परियोजना पर बुलाई जाएगी विशेष कैबिनेट बैठक
मंत्री पाटिल ने कहा कि मंत्रिमंडल ने 16 सितंबर को अपर भद्रा सिंचाई परियोजना पर एक विशेष कैबिनेट बैठक बुलाने का फैसला लिया. परियोजना में 75,000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण भी शामिल है. वहीं, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बुधवार (10 सितंबर, 2025) को कहा कि अपर कृष्णा सिंचाई परियोजना के तहत अधिग्रहित भूमि के लिए मुआवजे की राशि को 11 सितंबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा.
बैठक में पूरी नहीं हुई चर्चा, 16 सितंबर को होगी एक विशेष बैठक
हालांकि, पाटिल ने स्पष्ट किया कि कई तकनीकी और कानूनी मामले हैं, जिन्हें सुलझाया जाना है और उन पर चर्चा की आवश्यकता होगी. पाटिल ने कहा, ‘इसी पृष्ठभूमि में राज्य मंत्रिमंडल ने विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की, लेकिन हम चर्चा पूरी नहीं कर सके. इसलिए, 16 सितंबर को एक विशेष बैठक होगी.’
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