CP Radhakrishnan Oath Live: भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ, PM मोदी-अमित शाह रहे मौजूद

देश के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन शुक्रवार (12 सितंबर, 2025) को शपथ लेंगे. यह शपथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उन्हें सुबह 10 बजे राष्ट्रपति भवन में दिलाएंगी. राधाकृष्णन ने मंगलवार (9 सितंबर) को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर जीत हासिल की. यह चुनाव पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को इस्तीफा देने के बाद कराया गया था. चुनाव में 781 सांसदों में से 767 ने मतदान किया, यानी 98.2% मतदान दर्ज हुआ.
सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति पद की यात्रा खास रही है. उनका राजनीतिक सफर छात्र आंदोलन से शुरू हुआ और फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर तक बढ़ा. उन्होंने बीजेपी में संगठन कार्य में लंबा समय बिताया और 2004 से 2007 तक तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष रहे. 2007 में उन्होंने 93 दिनों में 19,000 किलोमीटर की रथ यात्रा की. इसका उद्देश्य देश की नदियों को जोड़ना, आतंकवाद का उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करना, अस्पृश्यता हटाना और मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों से निपटना था. 2020 से 2022 तक वह केरल बीजेपी के प्रभारी भी रहे.
राधाकृष्णन ओबीसी समुदाय कोंगु वेल्लार (गाउंडर) से हैं. उनकी पत्नी सुमति हैं और उनके एक बेटा और एक बेटी हैं. उपराष्ट्रपति बनने से पहले वह महाराष्ट्र के राज्यपाल थे. इससे पहले, वह झारखंड के राज्यपाल रहे और तेलंगाना व पुडुचेरी के कुछ अतिरिक्त कार्य भी संभाले. उन्होंने 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी में प्रवेश किया. 1996 में उन्हें तमिलनाडु बीजेपी का सचिव बनाया गया. वह 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए. सांसद रहते हुए उन्होंने कई संसदीय समितियों में महत्वपूर्ण काम किया.
2004 में वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे. वह ताइवान जाने वाले पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी रहे. 2016 में उन्हें कोच्चि कॉयर बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया, जहां उनके नेतृत्व में भारत का नारियल रेशा निर्यात रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ा.
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