नेपाल में 'फंसे' समीर महासेठ के रिश्तेदार, श्राद्ध था… लोग नहीं आ पाए, सरकार पर क्यों बरसे पूर्व मंत्री?

नेपाल में भड़की हिंसा का असर बिहार से सटे इलाकों में दिख रहा है. बढ़ते तनाव और सुरक्षा कारणों के चलते बीते मंगलवार (09 सितंबर, 2025) से भारत-नेपाल रेल सेवा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. 20 सितंबर तक जनकपुर से सड़क मार्ग भी बंद है. आसान शब्दों में कहें तो नेपाल आने-जाने में परेशानी बढ़ गई है. बिहार से सटे इलाकों से जो लोग बराबर वहां काम से आते-जाते थे उसमें दिक्कत हो गई है. पूर्व मंत्री समीर महासेठ के कई रिश्तेदार तो श्राद्ध में भी शामिल नहीं हो सके.
एबीपी न्यूज़ से बीते बुधवार (10 सितंबर, 2025) को पूर्व मंत्री सह मधुबनी के विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा कि आज (बुधवार) हमारे चचेरे भाई ओमकार नाथ महासेठ का श्राद्ध है, लेकिन नेपाल के वर्तमान हालात के कारण कई रिश्तेदार उपस्थित नहीं हो सके. उन्होंने कहा कि एक चचेरे भाई, चार चचेरे भतीजे, दो भतीजी, एक दामाद के अलावा 4-5 अन्य नेपाल के रिश्तेदार जो आने वाले थे वे नहीं आ पाए.
प्रदेश की सरकार पर महासेठ का हमला
पूर्व मंत्री ने कहा बॉर्डर के पास में रहने वाले हर परिवार का कोई न कोई नेपाल में रहता है. उन्होंने कहा कि नेपाल का हालात एक दिन का नहीं है, ये बहुत पुराना मामला है. नेपाल में युवा रोजगार और पलायन से और अन्य लोग मुख्यतः भ्रष्टाचार से आक्रोशित हैं. ऐसे में आश्चर्य की बात नहीं है कि भारत के प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री पर बिहार के ऐसे ही हालात होने के कारण कोई अटैक कर दे. यहां परिवार की आमदनी आधे से कम हो गई है, जिसका खामियाजा बिहार में होने वाले 2025 के चुनाव में दिखेगा.
बता दें कि पूर्व मंत्री सह मधुबनी के विधायक के चचेरे भाई ओमकार नाथ महासेठ का 30 अगस्त 2025 को पटना में निधन हुआ था. अंतिम संस्कार 31 अगस्त 2025 को मधुबनी में किया गया था. 71 वर्षीय ओमकार नाथ महासेठ पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर थे. सभी भाइयों में तीसरे नंबर के भाई जितेंद्र नाथ महासेठ की भी मृत्यु इसी वर्ष जनवरी में हुई थी.
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