रायबरेली में राहुल गांधी के दौरे पर बवाल, बीजेपी के विरोध के बाद अब पुलिस के प्रेस नोट ने मचाया हड़कंप

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के रायबरेली दौरे के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध और पुलिस की कार्रवाई को लेकर विवाद गहरा गया है. उत्तर प्रदेश के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने रायबरेली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए, जबकि पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर सभी आरोपों का खंडन किया है.
दूसरी ओर कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी ने भी बीजेपी मंत्री और उनके समर्थकों पर हमले का आरोप लगाते हुए हरचंदपुर थाने में तहरीर दी है. इस मामले ने राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पुलिस का प्रेस नोट: रूट डायवर्जन और अभद्रता के आरोपों का खंडन
रायबरेली पुलिस ने 9 सितंबर को जारी प्रेस नोट में राहुल गांधी के दौरे के दौरान रूट डायवर्जन की बात कही थी. हालांकि, नए प्रेस नोट में पुलिस ने यू-टर्न लेते हुए स्पष्ट किया कि न तो कोई रूट डायवर्जन किया गया और न ही बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ कोई अभद्रता या मारपीट हुई. पुलिस ने यह भी कहा कि राहुल गांधी के काफिले पर कोई हमला नहीं हुआ. प्रेस नोट में पुलिस ने मीडिया से आग्रह किया कि खबरों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत न किया जाए.
बीजेपी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के आरोप
उत्तर प्रदेश के बागवानी मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता दिनेश प्रताप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रायबरेली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के दौरे के दौरान पुलिस ने बड़े पैमाने पर 70 किलोमीटर तक रूट डायवर्जन किया और छोटे व्यापारियों व रेहड़ी-पटरी वालों को जबरन हटाया. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की और मारपीट की. दिनेश प्रताप सिंह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष की तहरीर
वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी ने हरचंदपुर थाने में तहरीर देकर बीजेपी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और उनके 20-25 समर्थकों पर उनकी गाड़ी पर हमला करने का आरोप लगाया. तिवारी ने दावा किया कि यह हमला राहुल गांधी के दौरे के दौरान हुआ. उन्होंने इसे बीजेपी की हताशा का परिणाम बताया और कहा कि राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी बौखला गई है.
बीजेपी का विरोध और राहुल गांधी का जवाब
राहुल गांधी के रायबरेली दौरे के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले के खिलाफ नारेबाजी की और बैनर लगाए, जिनमें लिखा था कि मोदी जी की मां का अपमान हिंदुस्तान बर्दाश्त नहीं करेगा. यह विरोध बिहार में एक कथित घटना से जुड़ा था, जहां कांग्रेस समर्थक द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी की गई थी. जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी उनकी 'वोट अधिकार यात्रा' से परेशान है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में वोट चोरी के मुद्दे को उठाया है.
कौन सही, कौन गलत?
रायबरेली पुलिस के प्रेस नोट ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों के आरोपों का खंडन कर दिया है, लेकिन इससे विवाद और गहरा गया है. एक तरफ बीजेपी पुलिस पर पक्षपात और कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता का आरोप लगा रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस बीजेपी पर हमले का आरोप लगा रही है. पुलिस के यू-टर्न ने भी सवाल खड़े किए हैं कि आखिर सच क्या है? इस मामले ने रायबरेली में राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है.
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